Fri Nov 22 04:40:40 IST 2024
नागपुर : के हर चौक, रोड और बाजारों में अतिक्रमण बढ़ गया है। अब फुटपाथों पर ही नही नागपुर की अधिकांश सडको पर अतिक्रमण की भरमार है। नागपुर मनपा तथा ट्रैफिक पुलीस अतिक्रमण हटाने में पूर्ण रूप से असफल है। ट्रेफिक समस्या तथा जाम का भी मुख्य कारण गैरकानूनी बढ़ता अतिक्रमण है।
नागपुर के रास्ते चौडे होने के बाद भी अतिक्रमण के चलते आधे रह गए। फुटपाथ तथा एक चौथाई से ज्यादा सड़क सब्जीवालों, फल वालों, खोमचे वालों ने रोक ली। नागपुर स्मार्ट सिटी बनाने की होड में जो सिटी है उसकी भी बर्बादी शुरू हो गई। बर्डी इतवारी, गांधीबाग, महाल व अन्य बाजारो में व्यपारियों की बडी बडी दुकानो के सामने अतिक्रमण कारियों ने कब्जा जमा लिया। सडक पर आमजनता का चलना दूभर हो गया । अतिक्रमण करवाने वाले एक नियोजित अपराधी क्रिमिनल टोली बन गई है। जिनकी प्रशासन व राजनायकों से सेटिंग है। उच्च न्यायालय के संज्ञान के बाद भी पुलीस व प्रशासन अतिक्रमण हटाने में नाकाम है। अगर प्रशासन इस ओर ध्यान न देगा तो आने वाले समय में हालत विस्फोटक हो जाएगी। पिछले तीन-चार वर्षो से नागपुर ट्रेफिक जाम का असहनिय दर्द झेल रहा है। वर्तमान में तो नागपुर का ट्रैफिक जाम अपनी चरम पर पहुंच चुका है। जहां पहुंचने में 10 से 15 मिनिट लगना चाहिए 1-1 घंटा लग रहा है। उच्च न्यायालय की हिदायत के बाद भी कोई असर नहीं और ट्रेफिक विभाग मनपा विभाग के साथ जिद्दी हो गया है। जनता जनार्दन की कोई भी चिंता नही। नागपुर मे यातायात पुलीस की बहुत कमी है। और जो भी यातायात पुलीस है वे सिर्फ रेवेन्यू कलेक्शन में ही जुटे रहते है। शायद इनको आयकर और जीएसटी से ज्यादा टार्गेट दिया हो। चौक पर भी पुलीस ट्रेफिक कंट्रोल नही सिर्फ दूर बैठकर कैसे चालान बनाए उसपर ध्यान है। नागपुर के हर एरिया में रोड़ खुले पडे है। मनपा का हॉटमिक्स प्लांट सिर्फ नाम का रह गया है। बरसात का मौसम शुरू हो गया, किन्तू सडकों पर गड्डे नही बुझाएं गए, जिससे आने वाले समय में दुर्घटनाएं बढेगी। नागपूर मे बढते ट्रेफिक जाम और वर्षों वर्षों से चलने वले सिविल काम के चलते पिछले 5 वर्षों से वायु प्रदुषण निर्धारित सीमा से अधिक है। राजनेताओं की उदासिनता के चलते हरा-भरा प्रदुषण मुक्त नागपुर जाम नगर बन गया। ट्रेफिक पुलीस ने रेवेन्यू कलेक्शन दो पहियो वाहनो को जबरदस्ती उठाने, चौक पर सिर्फ छुपकर वाहनो को पकडने आदि को त्याग ट्रेफिक कंट्रोल में लगाना चाहिए।
अगर अतिक्रमण हट जाता है तो 70 प्रतिशत ट्रेफिक समस्या कम हो जाएगी। अतिक्रमण कारियो से साठगांठ बंद कर उन पर करवाई होनी चाहिए। नए हॉकर्स झोन बना कर उसको क्रियान्वित करे। इस अवसर पर अध्यक्ष गोविंद पसारी, आय.पी.पी. कैलाश जोगानी, सचिव तरूण निर्वाण, उपाध्यक्ष प्रदिप जाजू, उपाध्यक्ष विजय जयस्वाल, कोषाध्यक्ष वेणुगोपाल अग्रवाल, सहसचिव विवेक मुरारका, सहसचिव लक्ष्मीकांत अग्रवाल तथा सभी सभासद उपस्थित थे। वसंत पालीवाल, सुनील जेजानी, वेणुगोपात अग्रवाल, असपाली विपीन पनपालिया आदि समासद उपस्थित थे।